Monday, May 18, 2020

ज़ुल्फ़ें तेरी


ज़ुल्फ़ें तेरी, जो बिखरी थीं, 

मेरी उँगलियों में, उलझी थीं |

सुलझाने में, उन ज़ुल्फ़ों को,

कुछ ज़ुल्फ़ें, मुझसे टूटी थीं | 

टूटी हुईं, तेरी ज़ुल्फ़ें मैंने,

पन्नो में दबा के, रख ली थी | 

पलटे जो पन्ने, तो याद आया,

लहराती कभी, ये ज़ुल्फ़ें थीं | 

छुआ इन्हे तो, लिपट गयीं,

जैसे ये पहले, लिपटीं थीं | 

भूरी सी, कभी ये ज़ुल्फ़ें तेरी,

चेहरे पर मेरे, बरसीं थीं | 

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