इक दिन तेरी आग़ोश में सुला लेना,
जो पलकों पे भर आये मेरे आँसू,
अपनी उँगलियों से उन्हें हटा देना ।
है कितनी मोहब्बत तुमसे कभी कह न पाएंगे,
हो सके तो खुद को ये समझा देना ।
थक गया हूँ, खुद से लड़-लड़ के मेरी जान,
थोड़ा आराम कर लूँ फिर जगा देना ।